Tag Archives: ak majdur hun

नवगछिया : मैं एक मजदूर हूं जिस दिन कुछ लिख न लूं उस दिन मुझे रोटी खाने का कोई हक नहीं- मुंशी प्रेमचंद ||GS NEWS

नवगछियाDESK 040

महान साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद की जयंती मनाई गई मैं एक मजदूर हूं जिस दिन कुछ लिख न लूं उस दिन मुझे रोटी खाने का कोई हक नहीं, सचमुच यह मुंशी प्रेमचंद की वाणी लोगों को झकझोर कर रख देती है। उनके कलम की ताकत उन्हे अपना बना लेती है। उनकी लेखनी में मुख्य रूप से गांव का चरित्र चित्रण लाज़वाब रहा है और यही बात उन्हे सबसे अलग बनाती है। हम कह सकते हैं की” जिन वृक्षों की जड़े गहरी होती है उन्हें बार बार सींचने की ज़रूरत नहीं”एक महान कथाकार, नाटककार, पत्रकार, व बहुमुखी प्रतिभा धनी प्रेमचंद का जन्म दिवस के. उपलक्ष्य में तेज नारायण बनैली महाविद्यालय हिंदी विभाग द्वारा हिंदी साहित्य के महान साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद्र के जयंती […]