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टीएमबीयू के कुलपति प्रो. जवाहर लाल के भ्रष्टाचार की खुल रही परत दर परत के बीच उनका विरोध शुरू हो गया है। मुंगेर विवि का प्रोवीसी रहते उनके लिए वहां खरीदे गए आईफोन और लैपटॉप के गायब होने की खबर छपने के बाद उन्हें दोनों चीजें मुंगेर विवि को लौटानी पड़ी। इसको लेकर सोमवार को एबीवीपी ने कुलपति के विरोध में प्रदर्शन किया और उनसे इस्तीफे की मांग की, और उनका विरोध तिलकामांझी भागलपुर के सभी अंगीभूत कालेज में विरोध जारी है। कुलपति शिक्षा विभाग की बैठक में शामिल होने पटना गए थे। विवि के प्रशासनिक भवन में एबीवीपी के कार्यकर्तओं ने उनके विरोध में पोस्टर चिपकाए व नारेबाजी की और नवगछिया के जीबी कालेज और मदन अहिल्या दोनों कालेज में मांग पत्र सौपा!

परिषद के प्रांत सह संयोजक सेवार्थ विधार्थी के अनुज चौरसिया और कला मंच के सह संयोजक विश्वास वैभव और जिला संयोजक राहुल शर्मा ने कहा कि कुलपति पर लगातार वित्तीय अनियमितता के आरोप सांमने आ रहे हैं। मुंगेर विवि में प्रतिकुलपति रहते हुए जो आईफोन और लैपटॉप की सुविधा सरकारी कर्मचारी होने के नाते उन्हें उप उपलब्ध कराई गई थी वह आईफोन और लैपटॉप उन्होंने टीएमबीयू का कुलपति बनने के बाद अपने व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए रख लिया था। कुलपति के आवास से लैपटॉप और आईफोन प्राप्त हुआ है। ऐसे कुलपति छात्रों के लिए क्या सीख देना चाहते हैं। उहोंने मीटिंग अफसर, पीआरओ सहित अन्य कई ऐसे पदों का सृजन किया है जो संवैधानिक नहीं है। अपने स्वास्थ्य की देखभाल के लिए अपने परिवार के लोगों की ही नियुक्ति क्यों? इस पर भी कुलपति को जवाब देना पड़ेगा।

कहा- कुलपति अनियमितताओं के आरोपों से घिरे, आज से बंद कराएंगे टीएमबीयू
टीएमबीयू में कुलपति के विरोध में प्रदर्शन करते एबीवीपी के कार्यकर्ता।

छात्र विरोधी नीति अपना रहे कुलपति : अनुज चौरसिया

अनुज चौरसिया ने कहा कि स्नातक के सभी खंडों में छात्रों के परीक्षा देने के बाद भी अनुपस्थित कर दिया जाता है और जब हमलोगों ने इसके लिए आवाज उठाई तो कुलपति ने कहा था कि सात दिन में सभी मामले को ठीक कर लिए जाएंगे। चार महीने से अधिक हो चुके हैं लेकिन इसपर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। स्नातक पार्ट थर्ड का परीक्षा परिणाम छह महीने पहले आ
चुका था लेकिन विवि उन छात्रों को अंक पत्र नहीं दे पाया है। कुलपति छात्र विरोधी नीति अपना रहे हैं। बुधवार से लगातार अनिश्चितकाल तक विवि बंद रहेगा।
सभी वर्गों की छात्राओं का निःशुल्क नामांकन बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण

अभाविप कार्यकर्ता साक्षी भारद्वाज और कुसुम ने कहा कि बिहार सरकार की सात निश्चय योजना के तहत एससी-एसटी वर्गों के छात्र तथा सभी वर्गों की छात्राओं का निःशुल्क नामांकन प्रस्तावित है। सूबे के सभी विश्वविद्यालयों में इसे लागू भी किया गया लेकिन टीएमबीयू में पिछले सत्र में विद्यार्थी परिषद के आंदोलन को देखते हुए इसे लागू किया गया। पर अब अगले सत्र से इसे हटा दिया गया जो दुर्भाग्यपूर्ण है।’ वही मौके पर अभाविप के अनुज चौरसिया, विश्वास वैभव, राहुल शर्मा, विक्की मिश्रा, विश्वजीत चौधरी, शिवम झा, साक्षी, कुसुम, आकंक्षा, सिंकु, दीक्षा आदि कार्यकर्ता मौजूद थे

टीएमबीयू के कुलपति का विरोध अभाविप के द्वारा

टीएमबीयू के कुलपति प्रो. जवाहर लाल के भ्रष्टाचार की खुल रही परत दर परत के बीच उनका विरोध शुरू हो गया है। मुंगेर विवि का प्रोवीसी रहते उनके लिए वहां खरीदे गए आईफोन और लैपटॉप के गायब होने की खबर छपने के बाद उन्हें दोनों चीजें मुंगेर विवि को लौटानी पड़ी। इसको लेकर सोमवार को एबीवीपी ने कुलपति के विरोध में प्रदर्शन किया और उनसे इस्तीफे की मांग की, और उनका विरोध तिलकामांझी भागलपुर के सभी अंगीभूत कालेज में विरोध जारी है। कुलपति शिक्षा विभाग की बैठक में शामिल होने पटना गए थे। विवि के प्रशासनिक भवन में एबीवीपी के कार्यकर्तओं ने उनके विरोध में पोस्टर चिपकाए व नारेबाजी की और नवगछिया के जीबी कालेज और मदन अहिल्या दोनों कालेज में मांग पत्र सौपा!

परिषद के प्रांत सह संयोजक सेवार्थ विधार्थी के अनुज चौरसिया और कला मंच के सह संयोजक विश्वास वैभव और जिला संयोजक राहुल शर्मा ने कहा कि कुलपति पर लगातार वित्तीय अनियमितता के आरोप सांमने आ रहे हैं। मुंगेर विवि में प्रतिकुलपति रहते हुए जो आईफोन और लैपटॉप की सुविधा सरकारी कर्मचारी होने के नाते उन्हें उप उपलब्ध कराई गई थी वह आईफोन और लैपटॉप उन्होंने टीएमबीयू का कुलपति बनने के बाद अपने व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए रख लिया था। कुलपति के आवास से लैपटॉप और आईफोन प्राप्त हुआ है। ऐसे कुलपति छात्रों के लिए क्या सीख देना चाहते हैं। उहोंने मीटिंग अफसर, पीआरओ सहित अन्य कई ऐसे पदों का सृजन किया है जो संवैधानिक नहीं है। अपने स्वास्थ्य की देखभाल के लिए अपने परिवार के लोगों की ही नियुक्ति क्यों? इस पर भी कुलपति को जवाब देना पड़ेगा।

कहा- कुलपति अनियमितताओं के आरोपों से घिरे, आज से बंद कराएंगे टीएमबीयू
टीएमबीयू में कुलपति के विरोध में प्रदर्शन करते एबीवीपी के कार्यकर्ता।

छात्र विरोधी नीति अपना रहे कुलपति : अनुज चौरसिया

अनुज चौरसिया ने कहा कि स्नातक के सभी खंडों में छात्रों के परीक्षा देने के बाद भी अनुपस्थित कर दिया जाता है और जब हमलोगों ने इसके लिए आवाज उठाई तो कुलपति ने कहा था कि सात दिन में सभी मामले को ठीक कर लिए जाएंगे। चार महीने से अधिक हो चुके हैं लेकिन इसपर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। स्नातक पार्ट थर्ड का परीक्षा परिणाम छह महीने पहले आ
चुका था लेकिन विवि उन छात्रों को अंक पत्र नहीं दे पाया है। कुलपति छात्र विरोधी नीति अपना रहे हैं। बुधवार से लगातार अनिश्चितकाल तक विवि बंद रहेगा।
सभी वर्गों की छात्राओं का निःशुल्क नामांकन बंद करना दुर्भाग्यपूर्ण

अभाविप कार्यकर्ता साक्षी भारद्वाज और कुसुम ने कहा कि बिहार सरकार की सात निश्चय योजना के तहत एससी-एसटी वर्गों के छात्र तथा सभी वर्गों की छात्राओं का निःशुल्क नामांकन प्रस्तावित है। सूबे के सभी विश्वविद्यालयों में इसे लागू भी किया गया लेकिन टीएमबीयू में पिछले सत्र में विद्यार्थी परिषद के आंदोलन को देखते हुए इसे लागू किया गया। पर अब अगले सत्र से इसे हटा दिया गया जो दुर्भाग्यपूर्ण है।’ वही मौके पर अभाविप के अनुज चौरसिया, विश्वास वैभव, राहुल शर्मा, विक्की मिश्रा, विश्वजीत चौधरी, शिवम झा, साक्षी, कुसुम, आकंक्षा, सिंकु, दीक्षा आदि कार्यकर्ता मौजूद थे

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