


महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान महिलाओं से प्राप्त 9963 आकांक्षाएँ की गईं एप में दर्ज
भागलपुर। महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की ओर से प्राप्त होने वाली आकांक्षाओं एवं समस्याओं के समाधान की दिशा में त्वरित कदम उठाए जाएंगे। दरअसल महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की ओर से प्राप्त हो रही आकांक्षाओं को मोबाइल एप में दर्ज किया जा रहा है। इन आकांक्षाओं को विभागवार वर्गीकृत करते हुए निष्पादन हेतु संबंधित विभाग को अग्रसारित किया जाना है। जिससे महिलाओं की आकांक्षाओं पर काम किया जा सके। जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक सुनिर्मल गरेन ने बताया कि पिछले 22 दिनों से जिले में चल रहे संवाद कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की ओर प्राप्त होने वाली आकांक्षाओं को मोबाइल एप में दर्ज किया जा रहा है। अब तक 645 ग्राम संगठनों में आयोजित हो चुके महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान प्राप्त कुल 9963 आकांक्षाओं को मोबाइल एप में दर्ज किया गया है। विभागवार वर्गीकृत करने हेतु जिला स्तर पर टीम गठित की गई है।

जिससे विभागों द्वारा इन आकांक्षाओं का निष्पादन किया जा सके। महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रकार की आकांक्षाएं प्राप्त हो रही है, इसमें अधिकांश आकांक्षाएं उनकी मुलभूत सुविधाओं से लेकर सामुदायिक स्तर पर सेवाओं के विस्तार को लेकर है। इसके अलावा राज्य के विकास में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने हेतु नीतिगत मसलों पर भी वे अपने विचार रख रही हैं। गोपालपुर के सरस्वती ग्राम संगठन द्वारा आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में सुलेखा देवी ने कहा, राज्य की आधी आबादी महिलाओं की है। ऐसे में सरकार ने नौकरियों एवं जन प्रतिनिधित्व में 50 प्रतिशत आरक्षण देकर अच्छा काम किया है, इससे महिलाएँ आगे आई हैं। गोराडीह के फाजिलपुर गाँव में अभिलाषा जीविका महिला ग्राम संगठन की सदस्य सुनैना देवी ने कहा कि महिलाओं को आगे बढ़ाने के सरकार के प्रयासों की वजह से हमें काफी सहारा मिला है। जीविका समूह के माध्यम से हमारे लिए रुपयों का लेन-देन करना आसान हुआ है। अब हम समूह से आसानी से ऋण लेकर अपना जीविकोपार्जन कर रहे हैं। महिला संवाद कार्यक्रम में महिलाएँ अपने अनमोल अनुभवों से लोगों को प्रेरित कर रही हैं। इससे उन महिलओं को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा मिल रही है, जो अब तक समाज में निचले पायदान पर खड़ी थी।
