


नवगछिया : उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत बिहपुर प्रखंड के हरिओं पंचायत स्थित त्रिमुहान घाट (कोसी नदी) पर अस्थायी पीपा पुल के निर्माण के लिए 20.60 करोड़ रुपये से अधिक की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है। उन्होंने कहा कि यह पुल बाढ़ की आपातकालीन परिस्थितियों में भी क्षेत्र का संपर्क बनाए रखने में सहायक होगा।

उन्होंने जानकारी दी कि पीपा पुल का अस्थायी अधिष्ठापन, सालाना रख-रखाव, हर वर्ष मानसून से पूर्व हटाना और बाढ़ के बाद पुनः स्थापित करने की प्रक्रिया वर्ष 2025-26 से 2029-30 तक लागू की जाएगी।
परियोजना की कुल लागत 2060.38 लाख रुपये (बीस करोड़ साठ लाख अड़तीस हजार रुपये) निर्धारित की गई है। पहले वर्ष यानी 2025-26 में 1.65 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जबकि अगले तीन वर्षों में प्रत्येक वर्ष 1.02 करोड़ रुपये और पांचवें वर्ष 1.04 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे।

सम्राट चौधरी ने कहा कि इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवागमन को बाधित होने से बचाना है। बरसात से पहले हर वर्ष पुल को हटाया जाएगा और बाढ़ के बाद फिर से स्थापित किया जाएगा, जिससे क्षेत्रीय संपर्क बना रहे।
उन्होंने बताया कि इस परियोजना का क्रियान्वयन बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। परियोजना की तकनीकी स्वीकृति, निविदा प्रक्रिया और वित्तीय व्यवस्थाएं पहले ही पूरी कर ली गई हैं।
सरकार की निगरानी के तहत विभागीय अभियंताओं द्वारा प्रतिमाह समीक्षा की जाएगी, ताकि काम की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा प्रबंधन और अधोसंरचना विकास के बीच संतुलन बनाए रखते हुए लगातार काम कर रही है। इस परियोजना से क्षेत्र की जनता को बाढ़ के समय बड़ी राहत मिलेगी।
