


भागलपुर।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में छूटे हुए गरीब परिवारों को जीविका स्वयं सहायता समूहों से जोड़ने के लिए जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत पिछले एक माह में जिले में 390 नए स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है, जिससे कुल 5,455 परिवारों को जोड़ा गया है। खासतौर पर महादलित टोले में भी यह पहल की गई, जहां 953 छूटे हुए परिवारों को समूहों से जोड़ा गया।
जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक सुनिर्मल गरेन ने बताया कि राज्य कार्यालय के दिशा-निर्देशों के तहत जन वितरण प्रणाली से जुड़े सभी परिवारों को स्वयं सहायता समूह से जोड़ने की योजना है। इसके लिए ग्राम संगठन स्तर पर सर्वे कर छूटे हुए परिवारों को जोड़ा जा रहा है।

इस वर्ष जिले के शहरी क्षेत्रों में भी 456 नए स्वयं सहायता समूह बनाए जाने की योजना है। अब तक जिले में कुल 28,465 स्वयं सहायता समूहों का गठन हो चुका है, जिनसे लगभग 3 लाख 39 हजार परिवार जुड़े हैं।
इन समूहों को बेहतर नेतृत्व देने के लिए 10 से 15 समूहों को मिलाकर एक ग्राम संगठन का निर्माण किया जाता है। जिले में अभी तक 1,971 ग्राम संगठन और 47 संकुल स्तरीय संघ गठित किए जा चुके हैं।
महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। इसी दिशा में 26 मई को जिले के विभिन्न प्रखंडों में 30 जीविका महिला ग्राम संगठनों में “महिला संवाद कार्यक्रम” आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया और सरकार तक अपनी बातें पहुंचाईं। अब तक जिले के 1,155 ग्राम संगठनों में ऐसे संवाद कार्यक्रम हो चुके हैं।
