


नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहुंचे शहीद संतोष कुमार के गांव, परिजनों से मिलकर व्यक्त की संवेदना
सरकारी नौकरी और सड़क का नामकरण किए जाने की मांग
नवगछिया : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव गुरुवार को नवगछिया के इस्माइलपुर प्रखंड स्थित पछियारी टोला डिमाहा गांव पहुंचे, जहां उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए हवलदार संतोष कुमार के परिजनों से भेंट कर संवेदना व्यक्त की। तेजस्वी यादव ने शहीद के बलिदान को राष्ट्र के लिए गौरवपूर्ण बताया और कहा कि पूरे बिहार को संतोष कुमार पर गर्व है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब शहीद संतोष कुमार का पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट पर लाया गया था, तब सेना के जवानों के बीच चर्चा थी कि उन्होंने दुश्मनों से अत्यंत बहादुरी से लड़ा। उन्होंने कहा कि शहीद संतोष वास्तव में देश के सच्चे रक्षक थे, और उनका यह बलिदान कभी नहीं भुलाया जा सकता।
नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि उनके पिता और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भी शोक व्यक्त किया है। तेजस्वी ने कहा, “पिता जी अस्वस्थ हैं और उनका हाल ही में किडनी का ऑपरेशन हुआ है, लेकिन उन्होंने हमें स्पष्ट निर्देश दिया कि नवगछिया जाकर शहीद के परिजनों से अवश्य मिलें।”

तेजस्वी यादव ने शहीद के परिवार को एक छोटी सी आर्थिक सहायता दी और आश्वासन दिया कि जब भी परिवार को जरूरत होगी, वे हमेशा साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने सरकार से मांग की कि शहीद की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए ताकि परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सके और शहीद की तीनों बेटियों की शिक्षा में कोई बाधा न आए।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार द्वारा शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये की सहायता राशि देने का निर्णय सराहनीय है, लेकिन वह राशि शीघ्र उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
तेजस्वी यादव ने गांव की जर्जर सड़क की ओर इशारा करते हुए कहा कि सरकार जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत करवाए और उस सड़क का नाम शहीद संतोष कुमार के नाम पर रखा जाए, ताकि आने वाली पीढ़ियों को उनके बलिदान की जानकारी मिल सके।
तेजस्वी यादव ने बताया कि वे बांका, जमुई और मुंगेर जाकर भी विभिन्न हादसों में मृत लोगों के परिजनों से मिलेंगे और पटना लौटने के बाद मुख्यमंत्री को आवेदन सौंपकर शहीद के परिवार को सहायता राशि, सरकारी नौकरी और सड़क निर्माण के संबंध में औपचारिक अनुरोध करेंगे।
शहीद के माता-पिता और पत्नी से मिलकर उन्होंने कहा कि इतने बड़े बलिदान के बाद भी यह परिवार जिस साहस के साथ खड़ा है, वह हम सबके लिए प्रेरणा है। उन्होंने लोगों से भी अपील की कि वे शहीद के परिवार की मदद के लिए आगे आएं।
तेजस्वी यादव ने कहा, “हम केवल राजनीति नहीं कर रहे, बल्कि इस पीड़ा को समझते हुए हमेशा शहीद के परिजनों के साथ खड़े रहने का वचन दे रहे हैं। उनका बलिदान देश के लिए एक अमूल्य योगदान है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।”
