


भागलपुर। बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने शनिवार को भागलपुर जिले के खरीक प्रखंड अंतर्गत सक्षम जीविका महिला ग्राम संगठन द्वारा आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम में कहा कि “बिहार की महिलाएं आज सशक्त बनकर उभरी हैं।” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी सोच और सरकार की योजनाओं की वजह से राज्य की महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है।

उन्होंने कहा, “बिहार देश का पहला राज्य है, जहां जीविका की दीदियों का अपना सहकारी बैंक बन रहा है। अब उन्हें पैसों के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। यह एक बड़ा कदम है जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगा।” उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में राज्य मंत्रिपरिषद ने दो अहम निर्णय लिए हैं—पहला, जीविका के लिए अलग सहकारी बैंक की स्थापना और दूसरा, सभी प्रखंड सह अंचल कार्यालयों की सफाई का कार्य जीविका दीदियों को सौंपा जाना। इन दोनों निर्णयों से जीविका दीदियों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा।
मंत्री ने बताया कि राज्यभर में अब तक 10 लाख 36 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब महिलाएं घर से बाहर निकलने से हिचकिचाती थीं, लेकिन आज वे हर क्षेत्र में सक्रिय रूप से भागीदारी निभा रही हैं।

कार्यक्रम में भाग ले रहीं महिलाओं ने भी अपने अनुभव साझा किए। अंजना कुमारी ने बताया कि उन्होंने समूह से ऋण लेकर मसाला और खाद्य प्रसंस्करण उद्यम शुरू किया है, जिससे उन्हें हर महीने 12 से 15 हजार रुपये की आय हो रही है। उन्होंने राज्य सरकार का आभार जताया।
इसी प्रकार खरीक प्रखंड की कृष्णा भारती ने बताया कि पहले वह जीविका में सामुदायिक उत्प्रेरक के रूप में कार्य कर रही थीं। वह 12 समूहों की बैठक और लेखांकन का काम देखती थीं और साथ ही महिला पुलिस भर्ती की तैयारी कर रही थीं। अब वह गृह रक्षा वाहिनी में शामिल होकर खरीक थाना में सेवा दे रही हैं। उन्होंने कहा, “बिहार सरकार की योजना का लाभ लेकर ही मेरे जीवन में यह बड़ा बदलाव आया है।”
महिला संवाद कार्यक्रम में सैकड़ों महिलाओं की भागीदारी रही। जिला स्तर पर यह महिला संवाद का 35वां दिन था और इस अवसर पर जिले के 30 स्थानों पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष शामिल हुए।
कार्यक्रम का उद्देश्य जीविका दीदियों के अनुभवों को साझा करना, उन्हें प्रेरित करना और सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें और अधिक जागरूक एवं आत्मनिर्भर बनाना है।
