


नवगछिया को मॉडल प्रखंड के रूप में विकसित करने की दिशा में प्रशासन ने गंभीर पहल शुरू कर दी है। इसी क्रम में भागलपुर के उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह (भा. प्र. से) ने नवगछिया प्रखंड कार्यालय का व्यापक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण भौतिक जांच, प्रशासनिक जवाबदेही की स्थापना और विकास योजनाओं में गति लाने के उद्देश्य से किया गया।
निरीक्षण के दौरान डीडीसी ने पशुपालन, कृषि, नगर परिषद, प्रखंड संसाधन केंद्र एवं सम्राट अशोक भवन सहित विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यालयों का दौरा किया। उन्होंने कार्यालयों में रखे गए प्रशासनिक दस्तावेजों जैसे आगत-निर्गत पत्र पंजी, उपस्थिति रजिस्टर, रोकड़ बही, अनुक्रणिका पंजी आदि की बारीकी से जांच की। कई पंजियों के अद्यतन नहीं पाए जाने पर संबंधित कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया और दस्तावेजों को निर्धारित प्रारूप में सुव्यवस्थित रखने का निर्देश दिया गया।

विकास योजनाओं में पारदर्शिता और समयबद्धता पर जोर देते हुए श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, चापाकल मरम्मति योजना, 15वीं व 6ठी वित्त आयोग के तहत संचालित योजनाओं, आंगनबाड़ी केंद्रों आदि के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिला स्तरीय जांच दल ने नवगछिया प्रखंड की पंचायतों में चयनित योजनाओं की भौतिक जांच कर निर्माण गुणवत्ता, कार्य प्रगति और मानक अनुपालन का मूल्यांकन किया। डीडीसी ने स्पष्ट किया कि यदि जांच में कोई अनियमितता या गड़बड़ी पाई जाती है तो संबंधित दोषियों पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

निरीक्षण के अंत में श्री सिंह ने नवगछिया को एक मॉडल प्रखंड बनाने की प्रशासनिक प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने अधिकारियों को नियमित फील्ड विज़िट, सामुदायिक सहभागिता और सतत निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

यह निरीक्षण केवल कागजी समीक्षा नहीं बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था में पारदर्शिता, जवाबदेही और प्रभावशीलता लाने की एक ठोस पहल के रूप में देखा जा रहा है। निरीक्षण के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी, निदेशक (लेखा), सहायक निदेशक (सामाजिक सुरक्षा), जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस), जिला अभियंता, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी सहित कई अनुभवी एवं तकनीकी अधिकारी उपस्थित थे।