


भागलपुर के 14 परीक्षा केन्द्रों पर जिला प्रशासन ने संभाली कमान
भागलपुर जिले में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) शांतिपूर्वक आयोजित की गई । परीक्षा को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क और सक्रिय दिखा। जिले के 14 परीक्षा केन्द्रों पर अभ्यर्थियों का प्रवेश सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक किया गया, इस दौरान परीक्षा केन्द्रों के द्वार बंद कर दिए गए। अंतिम समय तक अभ्यर्थियों को 1:40 बजे तक परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति दी गई।
परीक्षा की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। सभी परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे, बायोमेट्रिक सत्यापन, वीडियो रिकॉर्डिंग और जेनेरेटर की व्यवस्था की गई थी। परीक्षार्थियों को कड़ी तलाशी (फ्रिस्किंग) के बाद ही प्रवेश दिया गया।
परीक्षा केन्द्रों में घड़ी और पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की गई ताकि परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही, यातायात को नियंत्रित करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए, जिससे कोई भी परीक्षार्थी जाम के कारण परीक्षा से वंचित न रह जाए।

जिला दंडाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि नीट एक अति संवेदनशील परीक्षा है, जिसके माध्यम से देश के भावी डॉक्टरों का चयन होता है, इसलिए सुरक्षा और व्यवस्था में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती गई है। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी प्रकार का कदाचार सामने आता है, तो उसकी जांच सीबीआई और सीआईडी द्वारा की जाएगी।
बाइट्स:

डॉ. नवल किशोर चौधरी, जिला अधिकारी, भागलपुर – “नीट परीक्षा को शांतिपूर्वक और निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराना हमारी प्राथमिकता है। सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हैं।”
हृदयकांत, सीनियर एसपी, भागलपुर – “सुरक्षा के हर पहलू पर नज़र रखी जा रही है, परीक्षा केन्द्रों के आसपास पुलिस बल की तैनाती की गई है।”
परीक्षार्थी – “व्यवस्था बहुत ही अच्छी थी, समय से प्रवेश और परीक्षा के दौरान कोई परेशानी नहीं हुई।”
परीक्षार्थी – हमने बिना किसी दबाव के परीक्षा दी, प्रशासन का रवैया सहयोगात्मक रहा।
