


नवगछिया के रंगरा चौक प्रखंड अंतर्गत सधुआ चापर पंचायत में निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवन को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। भवन निर्माण करा रहे संवेदक प्रणव कुमार, निवासी लॉ कॉलेज रोड, मधेपुरा, ने रंगरा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें प्रखंड प्रमुख मोती यादव और उनके सहयोगी सनोज कुमार यादव (निवासी – नवीनगर पुनामा कदवा दियारा) पर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने और निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया गया है।

संवेदक का कहना है कि 23 अप्रैल की रात 8 बजे उन्हें मोती यादव ने फोन कर 10 लाख रुपये की मांग की और धमकी दी कि रंगदारी नहीं देने पर उन्हें न केवल सधुआ चापर पंचायत बल्कि कहीं भी काम नहीं करने दिया जाएगा, साथ ही जान से मारने की भी धमकी दी गई।
प्राथमिकी में उल्लेख है कि 13 मई को जब ढलाई का कार्य चल रहा था, उसी समय सनोज यादव मौके पर पहुंचा और फिर से पैसे की मांग करते हुए काम रुकवा दिया। मजदूरों और मिस्त्रियों को डराकर काम में बाधा पहुंचाई गई।
संवेदक का आरोप है कि इससे पहले भी सनोज यादव ने निर्माण स्थल से करीब 80 टेलर मिट्टी जबरन उठवा लिया, जिसकी कीमत लगभग 32 हजार रुपये है, और इसे मोती यादव के निर्देश पर पंचायत कार्यों में उपयोग कर लिया गया।

प्रणव कुमार ने प्राथमिकी में यह भी कहा है कि मोती यादव एक कुख्यात अपराधी हैं, जिन पर बिहार व झारखंड समेत अन्य राज्यों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि मोती यादव 10-15 अज्ञात अपराधियों को साथ लेकर चलते हैं और उनके निर्माण स्थल पर कार्यरत कर्मचारियों की जान को खतरा बना हुआ है।
इस मामले में रंगरा थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच की जिम्मेदारी थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार को सौंपी गई है। संवेदक ने पुलिस सुरक्षा की मांग भी की है ताकि सरकारी निर्माण कार्य बिना किसी बाधा के पूरा हो सके।
वहीं इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए रंगरा प्रखंड प्रमुख मोती यादव ने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि सनोज और संवेदक प्रणव आपस में पार्टनर के रूप में काम करते हैं, यह आपसी मामला हो सकता है। यदि मेरा नाम लिया जा रहा है तो प्रमाण प्रस्तुत किया जाए, मुझे राजनीतिक साजिश के तहत बदनाम किया जा रहा है।
