


नवगछिया के रंगरा चौक प्रखंड प्रमुख संजीव कुमार उर्फ मोती यादव ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर उनके ऊपर संवेदक से 10 लाख रुपये रंगदारी मांगने के आरोप को पूरी तरह निराधार और राजनीतिक साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव में गोपालपुर से अपनी दावेदारी का संकेत दिया, विरोधियों की बेचैनी बढ़ गई और अब छवि धूमिल करने की साजिश रची जा रही है।
प्रमुख मोती यादव ने कहा कि रंगरा थाना में दर्ज प्राथमिकी पूरी तरह बेबुनियाद है और उनका इस पूरे मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने इसे विरोधियों का चुनावी स्टंट बताया और कहा कि उनका लक्ष्य हमेशा से सच्ची जनसेवा रहा है। “मेरे कार्य क्षेत्र की स्थिति व्यवस्थित है, जनता का मुझ पर विश्वास है। इसलिए मुझे झूठे मामले में फंसाने का प्रयास हो रहा है,” उन्होंने कहा।

क्या है मामला:
मधेपुरा के लॉ कॉलेज रोड निवासी संवेदक प्रणव कुमार ने आरोप लगाया है कि वह सधुआ चापर पंचायत में पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य करा रहे हैं, इसी क्रम में 23 अप्रैल की रात उन्हें मोबाइल पर कॉल कर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रंगरा प्रमुख मोती यादव के सहयोगी नवीनगर पुनामा कदवा दियारा निवासी सनोज कुमार ने रुपये नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी।
प्रमुख का पक्ष:
संजीव यादव ने प्रेस वार्ता में स्पष्ट कहा कि, “अगर 23 अप्रैल को मेरे मोबाइल से कोई कॉल गया हो, तो पुलिस उसकी वैज्ञानिक जांच करे। वॉइस कॉल की जांच से सच्चाई सामने आ जाएगी। मेरा मोबाइल नंबर सार्वजनिक है, मैं जनता के बीच रहने वाला व्यक्ति हूं। मैं किसी भी जांच व कार्रवाई के लिए तैयार हूं।”
उन्होंने यह भी कहा कि उनके खिलाफ जो भी आरोप लगाए गए हैं, वे सफेद झूठ हैं और जांच से सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
