


भागलपुर । 1 मई 2025 से बिहार में कार्यरत दो ग्रामीण बैंकों यथा दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक व उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक का समामेलन हो गया है एवं इसके पश्चात अब यह बिहार का सबसे बड़ा बैंक बन गया है, जो कि ‘बिहार ग्रामीण बैंक” के नाम से जाना जाएगा। यह बैंक आज से पुरे बिहार में कुल 2104 शाखाएं एवं 6500+ ग्राहक सेवा केंद्र की मदद से बिहार के लगभग 3.5 करोड़ ग्राहकों को अपनी सेवा देगा। विदित हो की केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने समस्त देश में ग्रामीण बैंकों के विलय की प्रक्रिया के तहत देश के विभिन्न राज्यों में एक ग्रामीण बैंक बनाने का निर्देश दिया था।

इसी कड़ी में बिहार में कार्यरत उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक जो कल तक सेंट्रल बैंक द्वारा प्रायोजित था का समामेलन पीएनबी द्वारा प्रायोजित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के साथ आज से हो गया। इस नए बैंक ‘बिहार ग्रामीण बैंक” का प्रायोजक पंजाब नेशनल बैंक एवं इसका प्रधान कार्यालय पटना में होगा। आज से यह सूबे का सबसे बड़ा बैंक बन गया है जो 38 जिलों में संचालित होगा। बिहार ग्रामीण बैंक के भागलपुर प्रक्षेत्र के सहायक महाप्रबंधक पुरुषोत्तम कुमार घोष ने बताया की ग्राहकों को इस समामेलन से किसी भी तरह की असुविधा नहीं होगी एवं उनको पहले से बेहतर बैंकिंग सुविधाये दी जाएंगी।
