


भागलपुर में बिहार होम गार्ड भर्ती के अंतर्गत शारीरिक दक्षता परीक्षण का आयोजन किया जा रहा है। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए दूर-दराज़ से सैकड़ों अभ्यर्थी अपने परिजनों के साथ पहुंचे हैं। हालांकि परीक्षा केंद्र पर भीषण गर्मी और प्रशासनिक अव्यवस्था ने अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ा दी।
परीक्षा स्थल पर बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी देखी गई। तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने के बावजूद स्टेडियम परिसर और आसपास के क्षेत्रों में पीने के पानी, छांव, प्राथमिक चिकित्सा, शौचालय जैसी कोई समुचित व्यवस्था नहीं थी।

एक अभ्यर्थी ने नाराज़गी जताते हुए कहा, “हम दौड़ने के बाद थक जा रहे हैं, लेकिन पीने के लिए एक बूंद साफ पानी तक नहीं मिल रहा। मजबूरी में चापाकल का गंदा पानी पीना पड़ रहा है।” वहीं एक अभिभावक ने कहा, “इतनी भीड़ और गर्मी में कम से कम पीने के पानी की व्यवस्था तो होनी ही चाहिए थी। यह सीधे-सीधे स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है।”
स्थानीय नागरिकों ने भी प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस तरह के बड़े आयोजनों के दौरान न्यूनतम आवश्यक सुविधाएं जैसे प्राथमिक उपचार केंद्र, शौचालय और शीतल जल की उपलब्धता अनिवार्य होनी चाहिए।
अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस गंभीर स्थिति पर क्या कदम उठाता है और क्या भविष्य में ऐसी लापरवाही पर रोक लगाई जाएगी, या फिर हर बार अभ्यर्थियों को इसी तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।

