


नवगछिया : अखिल भारतीय किसान महासभा (एआईकेएम) द्वारा स्थानीय कदवा के प्रतापनगर बोरवा में ‘किसान और 2024 का चुनाव’ विषय पर किसान गोष्टी का आयोजन किया गया। गोष्टी में इलाके के सैकड़ों किसानों व स्थानीय महिला-पुरुष ग्रामीणों ने शिरकत की। किसान गोष्टी के मुख्य वक्ता किसानों के राष्ट्रीय नेता एआईकेएम के महासचिव व भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य कॉमरेड राजाराम सिंह थे। गोष्टी को किसान-मजदूर संगठनों के नेताओं-कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों सहित दर्जनों किसानों ने सम्बोधित किया। गोष्टी की अध्यक्षता किसान महासभा के जिला अध्यक्ष महेश प्रसाद यादव ने की . किसान गोष्टी की सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता किसानों के राष्ट्रीय नेता एआईकेएम के महासचिव व भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य कॉमरेड राजाराम सिंह ने किसानों के वर्तमान स्थिति और मोदी सरकार की किसान-मजदूर व देश विरोधी नीतियों की विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बताएं कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने और सभी बेघरों को घर देने के उनके वादे का क्या हुआ? जब कॉरपोरेट घरानों का 14 लाख करोड़ रुपए बट्टे खाते में डाले जा सकते हैं, उसे माफ किया जा सकता है तो देश का पेट भरने वाले किसानों को उनकी फसलों पर एमएसपी क्यों नहीं दी जा सकती है? जबकि किसानों की फसलों पर एमएसपी देने में दस वर्षों में सिर्फ दो लाख दस हजार करोड़ रुपए ही लगेंगे। उन्होंने भाजपा-आरएसएस की उन्माद-उत्पात और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति को लोकतंत्र व अमन-चैन के लिए खतरा बताते हुए कहा कि धर्म-मजहब लोगों की निजी आस्था का विषय है, इसका राजनिक इस्तेमाल बंद होना चाहिए। भुखमरी इंडेक्स में भारत लगातार पिछड़ता जा रहा है। दुनिया के 125 देशों में भारत 111वें स्थान पर पहुंच गया है। देश के बच्चे और महिलाएं कुपोषण झेलने के लिए विवश है और लोगों को मंदिर-मस्जिद जैसे भावनात्मक मुद्दों में भरमाया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो मजदूर-किसान की बात करेगा, वही देश पर राज करेगा . गोष्टी को भाकपा-माले के जिला सचिव बिंदेश्वरी मंडल, ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त, एआईकेएम के जिला सहसचिव रामदेव सिंह व राज्य परिषद सदस्य रणधीर यादव, इनौस के राज्य सह सचिव गौरीशंकर राय, ऐपवा के जिला सचिव रेणु देवी, उमेश दास, पूर्णिया के किसान नेता मो. इस्लामउद्दीन व अविनाश पासवान, आइसा के विवि संयोजक प्रवीण कुमार, हेमंत कुमार व प्रशांत राणा, अर्जुन ठाकुर, अविनाश सिंह आदि ने भी सम्बोधित किया। संथाल जी, निरंजन भारती, रंजित शर्मा, संजय मंडल, सुरेश मंडल, भूखी देवी, सुनीता देवी, मणिकांत सिंह, राजेंद्र पंडित, रुदल मंडल, ईश्वर मंडल, राधेश्याम रजक, संजय शर्मा, मुन्ना मंडल, रामचरण मंडल, अशोक मंडल, गुरुदेव सिंह, मंटू राम, रविंद्र मिश्र, राजकिशोर यादव, बीरबल मंडल, विदेश्वर मंडल आदि ने गोष्टी के आयोजन में प्रमुख भूमिका अदा की।

