


नवगछिया : बिहपुर प्रखंड के नरकटिया गांव में आयोजित सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का भव्य समापन मंगलवार को हुआ। इस मौके पर कथाव्यास वैष्णव पुरुषोत्तम रामानुज दास (मांगन बाबा) ने श्रीकृष्ण की अनुपम लीलाओं का दिव्य वर्णन करते हुए कहा कि यह कथा भक्तों के हृदय में भक्ति और प्रेम की भावना जाग्रत करती है।
उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुदामा चरित्र से मित्रता की मर्यादा, परीक्षित मोक्ष प्रसंग से मोक्ष का मार्ग और भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जीवन को धर्म, प्रेम और भक्ति से जोड़ती है। बाल्य लीलाओं जैसे पूतना वध, शकटासुर वध, माखन चोरी, गौचारण, रुक्मिणी विवाह, 16,108 विवाह प्रसंग, द्वारिका लीला, शुकदेव विदाई व सम्राट परीक्षित महाप्रयाण जैसे प्रसंगों का विस्तृत वर्णन कर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।

मांगन बाबा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का बाल रूप केवल एक बालक का नहीं बल्कि साक्षात ईश्वर का वह स्वरूप है जो अपने भक्तों के प्रेम पर स्वयं आकर्षित होते हैं। उन्होंने कहा कि गोपियों का भगवान के प्रति प्रेम यह सिखाता है कि निष्काम भक्ति ही ईश्वर तक पहुँचने का सबसे सरल मार्ग है।
कथा का संचालन कुशलतापूर्वक कुणाल कुमार नटवर ने किया। आयोजन में सविता देवी, नीरज राय, धीरज राय, दीपक राय सहित अन्य का सराहनीय योगदान रहा। समापन पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति की।
