


नवगछिया के रंगरा थाना क्षेत्र अंतर्गत सधुआ गांव के पास रेलवे लाइन और एनएच 31 के बीच स्थित मक्का के खेत से एक युवती का शव बरामद हुआ है। युवती पिछले पांच दिनों से लापता थी। शव की पहचान जीबी कॉलेज की बीए पार्ट टू की छात्रा के रूप में की गई है।
ग्रामीणों को खेत से दुर्गंध आने पर जब वे अंदर गए तो वहां युवती का शव पड़ा मिला। उसके पास से एक साइकिल, प्लास्टिक की पन्नी में रखा आधार कार्ड और सर्टिफिकेट बरामद किया गया। इसकी सूचना ग्रामीणों ने रंगरा थाना को दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की।

शव चार दिन पुराना बताया जा रहा है। छात्रा के चेहरे को जलाकर उसकी पहचान मिटाने का प्रयास किया गया था, साथ ही उसका सिर पूरी तरह जल चुका था और बाल गायब थे। मृतका का एक हाथ कपड़े से बंधा हुआ था। इन तथ्यों को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि उसके साथ दुष्कर्म कर हत्या की गई है।
मृतका के परिजनों ने बताया कि छात्रा 30 मई को दोपहर एक बजे साइकिल से फार्म भरने के लिए चापरहाट बाजार के लिए निकली थी, लेकिन शाम तक घर नहीं लौटी। काफी खोजबीन के बाद परिजनों ने रात एक बजे रंगरा थाना को सूचना दी। लेकिन रंगरा थाना पुलिस ने एक जून को प्राथमिकी दर्ज करने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की। परिजनों का आरोप है कि थानाध्यक्ष मामले में टालमटोल करते रहे और कभी-कभी बदतमीजी भी की।
इसके बाद परिजनों ने एक जून को नवगछिया एसपी प्रेरणा कुमार को आवेदन दिया। दो जून को एसडीपीओ को भी आवेदन सौंपा गया। युवती का मोबाइल दो दिन तक ऑन रहा, लेकिन पुलिस अनुसंधान के नाम पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
बताया जा रहा है कि छात्रा घर से शॉर्टकट रास्ते से खेत की पगडंडी होते हुए चापरहाट बाजार फार्म भरने जा रही थी। इसी दौरान अपराधियों ने इस जघन्य घटना को अंजाम दिया। आशंका जताई जा रही है कि एक से अधिक अपराधियों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया है।
घटना के बाद परिजन काफी आक्रोशित थे और शव को उठाने से इनकार कर रहे थे। वे मौके पर एफएसएल टीम और खोजी कुत्ते को बुलाने की मांग कर रहे थे।

मौके पर रंगरा थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार, नवगछिया थानाध्यक्ष रवि शंकर सिंह, खरीक थानाध्यक्ष नरेश कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी पहुंचे और आक्रोशित परिजनों को समझाने का प्रयास किया। एफएसएल की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और फिर परिजनों को सौंप दिया गया।
सूचना मिलने पर नवगछिया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और नवगछिया एसपी भी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच की।