


भागलपुर। मुख्य सचिव की समीक्षा बैठक में भागलपुर जिले का राजस्व विभाग प्रदर्शन के मामले में अन्य जिलों की तुलना में काफी पिछड़ा पाया गया। दाखिल-खारिज वाद निस्तारण, परिमार्जन, और अभियान बसेरा जैसे प्रमुख कार्यों में जिले की स्थिति अत्यंत निराशाजनक रही।
बैठक के बाद जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने राजस्व विभाग की अंचलवार व हल्कावार गहन समीक्षा की। अपर समाहर्ता दिनेश राम ने बताया कि 7 मई से राजस्व कर्मचारी हड़ताल पर हैं, जिससे कार्य प्रभावित हो रहा है। साथ ही यह भी सामने आया कि कई कर्मचारी दाखिल-खारिज से संबंधित मामलों को बिना पर्याप्त जांच के रद्द कर रहे हैं।

इस पर जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाते हुए हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को जल्द लौटने का अल्टीमेटम देने का निर्देश दिया। जिन कर्मचारियों ने बिना सत्यापन के बड़ी संख्या में आवेदनों को खारिज किया है, उनके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई का आदेश भी दिया गया है। इसके अतिरिक्त, पंचायत सचिवों और अमीनों से तात्कालिक रूप से कार्य लेने के निर्देश जारी किए गए हैं।
जिलाधिकारी ने कर्मचारियों से लैपटॉप तत्काल जमा करवाने का आदेश भी दिया, जिसे कर्मचारियों ने अंचलाधिकारी के पास सौंप दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी अंचलाधिकारी या डीसीएलआर द्वारा राजस्व कार्यों की प्रभावी निगरानी नहीं की जा रही है, तो उनके विरुद्ध भी विभागीय कार्रवाई हेतु प्रस्ताव भेजा जाएगा।
