


भागलपुर। गुरुवार को टाउन हॉल में अपराह्न 1 बजे सहकारिता विभाग, बिहार सरकार के मंत्री डॉ. प्रेम कुमार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में पैक्स, व्यापार मंडलों, अन्य सहकारी समितियों के अध्यक्षों, प्रबंधकों और किसानों ने भाग लिया।
मंत्री ने बैठक में सहकारिता विभाग से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सहकारिता का मुख्य उद्देश्य किसानों की आमदनी दोगुनी करना और राज्य को समृद्धि की ओर ले जाना है। सहकारी समितियों के माध्यम से रैयत और गैर-रैयत दोनों प्रकार के कृषकों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

बैठक में पैक्स को जन औषधि केंद्र, डीजल-पेट्रोल आउटलेट, मुख्यमंत्री कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत कृषि यंत्र पर अनुदान, अनाज भंडारण के लिए गोदाम, सीएससी सेंटर के जरिए 300 प्रकार की ऑनलाइन सुविधाएं, और पंचायत स्तर पर ग्राहक सेवा केंद्र खोलने जैसी योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही बुनकरों, मत्स्य पालकों और मधुमक्खी पालकों को भी सहकारी योजनाओं से जोड़ने की बात कही गई।
बैठक में जानकारी दी गई कि रबी 2024 में फसल हानि के आधार पर भागलपुर जिले के 472 किसानों में से 226 किसानों को सहायता राशि दी जा चुकी है, शेष को सत्यापन के बाद भुगतान किया जाएगा। खरीफ विपणन मौसम 2024-25 में अब तक 42196.37 मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है, और उसका सीएमआर निर्धारित समय सीमा के भीतर राज्य खाद्य निगम को आपूर्ति किया जा रहा है।
इसके अलावा 12 प्रखंडों में किसान उत्पादन सहकारी समितियां और 14 प्रखंडों में सब्जी उत्पादक सहकारी समितियों का गठन किया जा चुका है। 75 पैक्सों में कॉमन सर्विस सेंटर कार्यरत हैं, जिससे आम नागरिकों और किसानों को विभिन्न सेवाएं सुलभ दरों पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। मधुमक्खी पालन को प्रोत्साहित करने के लिए 12 प्रखंडों में शहद उत्पादन सहकारी समितियां भी काम कर रही हैं। सुधा डेयरी के माध्यम से दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने रबी 2023-24 में चयनित 5 किसानों को फसल सहायता योजना के तहत चेक वितरित किया। साथ ही 14 किसानों को केसीसी ऋण वितरण भी किया गया।
इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिकारी, संयुक्त निबंधक, जिला सहकारिता पदाधिकारी और भागलपुर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक उपस्थित थे।
