


भागलपुर। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर भागलपुर वन प्रमंडल की ओर से वन प्रमंडल पदाधिकारी श्वेता सिंह के नेतृत्व में विभिन्न पर्यावरणीय गतिविधियों का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम वन प्रक्षेत्र भागलपुर, नवगछिया और कहलगाँव में एक साथ आयोजित किए गए।
सुंदरवन क्षेत्र में जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी, उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह तथा अनुमंडल पदाधिकारी विकास कुमार ने वृक्षारोपण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। वृक्षारोपण के उपरांत जिलाधिकारी द्वारा 5 सॉफ्ट सेल टर्टल को उनके प्राकृतिक आवास में छोड़ा गया।

पूरे वन प्रमंडल क्षेत्र में लगभग 3000 पौधों का रोपण किया गया। वन प्रमंडल पदाधिकारी सुश्री श्वेता सिंह द्वारा 1 पेंटेड स्ट्रोक, 1 ग्रेटर एडजुटेंट और 5 सॉफ्ट सेल टर्टल को प्राकृतिक अधिवास में छोड़ा गया, जिससे जैव विविधता के संरक्षण का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान एएनओ डॉ. दिव्य प्रियदर्शी ने उपस्थितों को इस वर्ष की थीम “प्लास्टिक प्रदूषण को मात दें” की जानकारी दी और इसके दुष्प्रभावों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि आज के दौर में प्लास्टिक एक गंभीर पर्यावरणीय खतरा बन चुका है, जिससे न केवल पृथ्वी का संतुलन बिगड़ रहा है, बल्कि जीव-जंतुओं के अस्तित्व पर भी संकट मंडरा रहा है।

इस मौके पर आम जनमानस को प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से पांच प्रभावशाली संकल्पों की चर्चा की गई । कार्यक्रम वनों के क्षेत्र पदाधिकारी अमित कुमार के संचालन में आयोजित किए गए। कार्यक्रम में रूपम कुमार सिंह, पशु चिकित्सा पदाधिकारी संजीत कुमार, वनपाल मिनी कुमारी, वनरक्षी शुभम कुमार सिंह, श्याम बाबू ठाकुर, उत्तम कुमार, अमरेश कुमार, अमन कुमार, संजीत कुमार, आदित्य अभिनव, प्रिय कुमारी, बेबी कुमारी, ब्यूटी विश्वास, रूपेश कुमार सिंह, मो. मुमताज, मो. अरसद, मिठू सिंह, अनमोल कुमार, नरेश मंडल, डॉल्फिन मित्र योगेन्द्र, महेंद्र, संतोष, अर्जुन, विष्णु, गोरे, राजेन्द्र सहित अन्य वनकर्मी उपस्थित रहे। साथ ही, सबौर महाविद्यालय के भौतिकशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार झा तथा बीएनएचएस से अभय कुमार की टीम की भी सक्रिय सहभागिता रही। आयोजन का उद्देश्य प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी का भाव जागृत करना और भावी पीढ़ियों को हरा-भरा भविष्य प्रदान करने की दिशा में सामूहिक प्रयास को प्रोत्साहित करना था।
