


शिक्षकों के आपसी विवाद ने स्कूल को बना दिया रणक्षेत्र
भागलपुर जिले के बरारी मोहल्ले में स्थित उर्दू प्राथमिक विद्यालय में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब छात्रों और शिक्षकों के बीच विवाद ने तूल पकड़ लिया। विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य जय नंदन चौधरी पर छात्रों ने मारपीट और बदसलूकी का गंभीर आरोप लगाया है।
छात्रों का कहना है कि प्रभारी प्राचार्य बिना किसी कारण के उन्हें डांटते-फटकारते हैं और शारीरिक दंड भी देते हैं। इसके साथ ही बच्चों ने यह भी आरोप लगाया कि प्राचार्य अक्सर उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं, जिससे वे भयभीत रहते हैं।
इस आरोप को लेकर जब प्रभारी प्राचार्य जय नंदन चौधरी से संपर्क किया गया तो उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कहा, “मैं पिछले 15 वर्षों से इस विद्यालय में कार्यरत हूं। मेरी छवि एक ईमानदार और समर्पित शिक्षक की रही है। मैं पैरालिसिस का मरीज हूं, फिर भी नियमित रूप से विद्यालय आता हूं और बच्चों को पूरी निष्ठा से पढ़ाता हूं। हो सकता है कुछ अभिभावकों के कहने पर यह शिकायत की गई हो, लेकिन यह आरोप निराधार हैं।”

इसी बीच विद्यालय परिसर में उस समय तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई जब ग्रीष्मावकाश की अंतिम कक्षा के दौरान शिक्षक और कुछ बाहरी लोगों के बीच तीखी बहस हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि हाथापाई की नौबत आ गई, जिसमें दो लोगों को चोटें आईं। हालांकि, इसकी जानकारी स्थानीय बरारी थाना को नहीं दी गई, लेकिन विद्यालय का माहौल पूरी तरह अशांत हो गया।
विद्यालय की सहायक शिक्षिका बिस्मिल्लाह खातून ने भी प्रभारी प्राचार्य के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि जय नंदन चौधरी अक्सर बच्चों को बेवजह पीटते हैं और गाली-गलौज करते हैं। छात्र रहीम अली और उसके साथियों ने भी यही शिकायत दोहराई है।
अब देखना यह होगा कि इस पूरे मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी क्या संज्ञान लेते हैं और विद्यालय के माहौल को सुधारने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं। विद्यालय में बढ़ती अनुशासनहीनता और शिक्षकों के आपसी विवाद ने शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
