

भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चोरी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। बुधवार को अस्पताल के गायनी वार्ड में एक युवक मरीज का मोबाइल फोन चुराकर भागने की कोशिश कर रहा था, जिसे सतर्क सफाईकर्मी ने रंगे हाथों पकड़ लिया।
बताया गया कि जैसे ही युवक ने मोबाइल चोरी कर भागने का प्रयास किया, सफाईकर्मियों के सुपरवाइजर की उस पर नजर पड़ी। शक होने पर जब उसे रोका गया, तो उसने खुद को अस्पताल का स्टाफ बताने की कोशिश की। लेकिन जब लोगों ने घेर लिया और सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना नाम सुमित कुमार बताया और कहा कि वह गार्ड की नौकरी की तलाश में आया था।
चोर की पहचान बरारी निवासी के रूप में हुई है। मौके पर लोगों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी और बाद में सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया गया। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, यह युवक स्मैक का नशेड़ी है और पहले भी इसी अस्पताल में चोरी की घटनाओं में शामिल रह चुका है
लोगों का कहना है कि अस्पताल परिसर में नशेड़ी युवक आए दिन चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था बेहद लचर है। बार-बार की घटनाओं के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
इस घटना के बाद एक बार फिर अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। मरीज और उनके परिजन भयभीत हैं और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि अस्पताल में स्थायी पुलिस चौकी स्थापित की जाए, ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।
मेडिकल कॉलेज के गायनी वार्ड में चोर रंगे हाथोंभागलपुर पकड़ा गया, मरीज का मोबाइल लेकर भाग रहा था
भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चोरी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। बुधवार को अस्पताल के गायनी वार्ड में एक युवक मरीज का मोबाइल फोन चुराकर भागने की कोशिश कर रहा था, जिसे सतर्क सफाईकर्मी ने रंगे हाथों पकड़ लिया।
बताया गया कि जैसे ही युवक ने मोबाइल चोरी कर भागने का प्रयास किया, सफाईकर्मियों के सुपरवाइजर की उस पर नजर पड़ी। शक होने पर जब उसे रोका गया, तो उसने खुद को अस्पताल का स्टाफ बताने की कोशिश की। लेकिन जब लोगों ने घेर लिया और सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना नाम सुमित कुमार बताया और कहा कि वह गार्ड की नौकरी की तलाश में आया था।
चोर की पहचान बरारी निवासी के रूप में हुई है। मौके पर लोगों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी और बाद में सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया गया। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, यह युवक स्मैक का नशेड़ी है और पहले भी इसी अस्पताल में चोरी की घटनाओं में शामिल रह चुका है।
लोगों का कहना है कि अस्पताल परिसर में नशेड़ी युवक आए दिन चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था बेहद लचर है। बार-बार की घटनाओं के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
इस घटना के बाद एक बार फिर अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। मरीज और उनके परिजन भयभीत हैं और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि अस्पताल में स्थायी पुलिस चौकी स्थापित की जाए, ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।