


नवगछिया : भागलपुर जिले से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षक पद पर नियुक्ति प्राप्त करने वाले तीन लोगों के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, भागलपुर प्रक्षेत्र द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस निरीक्षक ईश्वर चौधरी ने दर्ज कराई है। उन्होंने बिहपुर प्रखंड के तीन स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को नामजद अभियुक्त बनाया है। जिन लोगों पर केस दर्ज किया गया है, उनमें शामिल हैं – गौरीपुर निवासी विवेक कुमार (प्राथमिक विद्यालय बिक्रमपुर, बिहपुर में पदस्थापित), नरकटिया निवासी गोपाल नंदन (मध्य विद्यालय लत्तीपुर में कार्यरत) और शिवरानी कुमारी (मध्य विद्यालय नरकटिया में पदस्थापित)।
इन तीनों पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं 420 (धोखाधड़ी), 467 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471 (फर्जी दस्तावेज का उपयोग) और 120 (बी) (षड्यंत्र) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

बिहपुर थानाध्यक्ष राहुल कुमार ठाकुर ने बताया कि केस दर्ज होते ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि इन शिक्षकों द्वारा नियुक्ति के समय प्रस्तुत किए गए बीटेट (BTET) और अन्य शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पटना हाईकोर्ट में भी इस विषय में जनहित याचिका दायर की गई थी। हाईकोर्ट के आदेश के आलोक में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो मुख्यालय, पटना द्वारा इस फर्जीवाड़े की जांच की गई। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, पटना द्वारा प्रस्तुत सत्यापन रिपोर्ट में जिन प्रमाण पत्रों को सत्यापित किया गया, वे सभी फर्जी पाए गए।

बताया गया है कि आरोपितों ने फर्जी अंक पत्रों की कूट रचना कर, उन्हें असली दस्तावेज की तरह प्रस्तुत करते हुए अवैध रूप से शिक्षक पद प्राप्त किया। इस प्रक्रिया में अन्य अज्ञात व्यक्तियों की संलिप्तता की भी आशंका जताई जा रही है, जिसकी जांच की जा रही है।
इस प्रकरण को गंभीर आर्थिक अपराध एवं शिक्षा व्यवस्था के साथ धोखाधड़ी के रूप में देखा जा रहा है। निगरानी ब्यूरो के अनुसार, यह संगठित अपराध का हिस्सा हो सकता है, जिसके पीछे बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा और षड्यंत्र शामिल है।
अब निगरानी अन्वेषण ब्यूरो और स्थानीय पुलिस मिलकर यह पता लगाने में जुटी है कि इस पूरे फर्जी नियुक्ति घोटाले में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और क्या यह एक बड़े रैकेट का हिस्सा है।
