


भागलपुर। बिहार में कोरोना संक्रमण के मामलों में एक बार फिर से तेजी देखी जा रही है। राजधानी पटना सहित कई जिलों में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है और स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को तैयार रहने का निर्देश दिया है।
इसी क्रम में पूर्वी बिहार के सबसे बड़े अस्पताल जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (मायागंज) में मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में अस्पताल की तैयारियों की जांच करना था।

अस्पताल अधीक्षक डॉ. अभिलेश कुमार ने बताया कि यह मॉकड्रिल डॉक्टरों की दस सदस्यीय विशेष टीम की देखरेख में किया गया। उन्होंने कहा कि संभावित तीसरी लहर के मद्देनज़र मायागंज अस्पताल पूरी तरह सतर्क और तैयार है। अस्पताल में 20 बेड वाला कोविड वार्ड तैयार कर लिया गया है और ऑक्सीजन प्लांट भी पूरी क्षमता से चालू है, ताकि गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन की कमी न हो।

डॉ. अभिलेश ने बताया कि पिछली बार की तुलना में इस बार स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ज्यादा सक्रिय है। सभी प्रमुख अस्पतालों के अधीक्षकों एवं मॉडल पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नियमित समीक्षा की जा रही है।
मायागंज अस्पताल में कोविड से बचाव के लिए साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन, आइसोलेशन बेड, वेंटिलेटर सुविधा, दवाइयों की उपलब्धता, ऑक्सीजन सप्लाई और मेडिकल स्टाफ की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गई है। नोडल पदाधिकारी को सभी व्यवस्थाओं को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया है।