


1275 स्थानों पर आयोजित हो चुके हैं महिला संवाद कार्यक्रम
24845 आकांक्षाओं को मोबाइल एप में किया जा चुका है दर्ज
भागलपुर। बिहार सरकार द्वारा क्रियान्वित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेकर महिलाएँ मुखर होने के साथ-साथ प्रगति के पथ पर भी अग्रसर हुई हैं। यही कारण है कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में बिहार अब एक नए अध्याय लिखने की तैयारी में है। दरअसल महिलाओं के विकास हेतु नई नीतियों का निर्माण को लेकर बिहार सरकार महिलाओं के साथ संवाद स्थापित कर रही है। ऐसे में महिला संवाद के दौरान महिलाओं से प्राप्त हो रही आकांक्षाओं से नई नीतियों का आधार तैयार हो सकता है। संवाद के दौरान महिलाओं ने ग्रामीण स्तर पर उद्यम की स्थापना और इसके परिचालन के लिए ब्याज दरों में विशेष राहत की मांग की है। इससे ग्रामीण स्तर पर महिलाओं के लिए रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। साथ ही उद्यमी बनकर महिलाएं आगे बढ़ेंगी।

हालांकि वर्तमान समय में भी महिलाएँ जीविका स्वयं सहायता समूह से ऋण लेकर विभिन्न प्रकार के लघु उद्यमों का संचालन कर रही हैं। इसके अलावा कई महिलाओं ने पीएमएफएमई योजना और मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का लाभ लिया है। खरीक प्रखंड के धोरिया दादपुर पंचायत की रहने वाली खुशबू कुमारी भी अब एक उद्यमी बनकर अपने पैरों पर खड़ी है। जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक सुनिर्मल गरेन ने बताया कि जिले में अब तक कुल 1275 स्थानों पर महिला संवाद का आयोजन संपन्न हो चुका है। इसमें कुल 2 लाख 74 हजार 832 महिलाओं ने हिस्सा लिया।

संवाद के दौरान महिलाओं की ओर से कुल 24845 आकंक्षाएं प्राप्त हुई, जिसे मोबाइल एप के माध्यम से दर्ज किया गया है। महिलाओं के अलावा संवाद कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पुरुष भी उपस्थित हो रहे है। जिले के चार प्रखंडों पीरपैंती, रंगरा चौक, नारायणपुर और गोपालपुर में महिला संवाद सम्पन्न हो चुका है। इसके अलावा कहलगाँव में भी महिला संवाद का आयोजन संपन्न हो चुका है। संवाद के प्रथम चरण में इन प्रखंडों में निर्धारित स्थानों पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अब दूसरे चरण के तहत इस्माईलपुर, नाथनगर और नवगछिया में भी महिला संवाद की शुरुआत हो गई है।
