


नवगछिया: नवगछिया नगर परिषद क्षेत्र के मुसहरी पट्टी में मंगलवार देर रात गोली चलने की घटना से सनसनी फैल गई। घटना को लेकर वार्ड नंबर 26 निवासी शिवशंकर ऋषिदेव ने नवगछिया एससी/एसटी थाना में आवेदन देकर जदयू नेता हिमांशु भगत और मोहन सिंह के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। हिमांशु भगत नगर परिषद की वार्ड पार्षद की पुत्र हैं और स्थानीय स्तर पर सक्रिय जदयू नेता माने जाते हैं।

क्या है मामला:
शिवशंकर ऋषिदेव के अनुसार, 24 अप्रैल की रात करीब 11:50 बजे वे अपने मामा नंदलाल ऋषि के यहां शादी समारोह में भोज खाने के बाद लौट रहे थे। जैसे ही वे हनुमान मंदिर, मुसहरी पट्टी के पास पहुंचे, सामने से आ रहे हिमांशु भगत और मोहन सिंह ने उन्हें देखते ही गाली-गलौज शुरू कर दी। विरोध करने पर हिमांशु भगत ने कथित रूप से अपनी कमर से पिस्तौल निकाल कर शिवशंकर पर जान मारने की नीयत से दो गोली चलाई, जो लक्ष्य से चूक गई। तीसरी गोली पास में बंधी एक बकरी को लग गई।
स्थानीय लोगों की सक्रियता से टली बड़ी घटना:
गोलियों की आवाज़ सुनकर आसपास के लोग जमा हो गए, जिससे दोनों आरोपित मौके से फरार हो गए। पीड़ित ने तुरंत मोबाइल से आदर्श थाना प्रभारी को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से दो खोखा बरामद किया और घायल बकरी को इलाज के लिए नवगछिया के पशु अस्पताल में भर्ती कराया।

पुलिस ने एससी/एसटी थाना में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
हिमांशु भगत ने दी सफाई:
वहीं इस आरोप पर जदयू नेता हिमांशु भगत ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे राजनीतिक साजिश बताया। उन्होंने कहा कि मुसहरी पट्टी इलाका नशा, जुआ और अवैध शराब के कारोबार के लिए बदनाम हो चुका है। वे लगातार लोगों को जागरूक कर रहे हैं और वार्ड के कई लोगों के आग्रह पर इस गंदगी को मिटाने के लिए सक्रिय हैं।
हिमांशु भगत ने कहा कि “हमारा उद्देश्य वार्ड को नशा और जुआ मुक्त बनाना है। इसी मुहिम के तहत कुछ असामाजिक तत्वों को हमारी गतिविधियां रास नहीं आ रही हैं और इसी के विरोध में हमारे खिलाफ साजिश रची जा रही है।”
जांच में जुटी पुलिस:
घटना के बाद से इलाके में चर्चा का माहौल है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई में जुट गई है। अब यह जांच का विषय है कि मामला आपसी रंजिश है, नशा विरोधी अभियान की प्रतिक्रिया या कोई राजनीतिक साजिश।
