


समर कैंप में बच्चों ने दीयों, कलाकृतियों और रंगोलियों से वीर शहीदों को दी श्रद्धांजलि
नवगछिया। गोपालपुर के गोसाईं गांव स्थित तेजस्वी पब्लिक स्कूल में चल रहे समर कैंप के तीसरे दिन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह दिन पूरी तरह से देशभक्ति के रंग में डूबा रहा। बच्चों ने देश के वीर जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए दीयों, मोमबत्तियों, चित्रों, पोस्टरों और रंगोलियों का सहारा लिया। पूरे स्कूल परिसर में देश प्रेम की भावना स्पष्ट रूप से महसूस की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत ‘भारतीय सेवा के प्रति आभार’ और ‘वीरगति को प्राप्त जवानों के सम्मान’ के भाव के साथ दो मिनट के मौन से हुई। इसके बाद बच्चों ने अपने हाथों से देशभक्ति से ओतप्रोत पेंटिंग बनाई, मोमबत्तियां जलाईं और वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। “जय हिंद”, “वीर जवान अमर रहें” जैसे नारों से पूरा परिसर गूंज उठा।
बच्चों ने ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान’ जैसे विषयों पर चित्रों, पोस्टरों और रंगोलियों के माध्यम से अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। खास बात यह रही कि कई बच्चों ने अपनी कलाकृतियों में भारतीय सेना की भूमिका, बलिदान और संघर्ष को रेखांकित किया। एक छात्रा ने बताया कि उसने आतंकियों से लड़ते सैनिकों की तस्वीर बनाई है और वह भविष्य में आर्मी में जाना चाहती है। एक छात्र ने कहा कि अगर हमारे जवान सीमा पर नहीं होते, तो हम आज सुरक्षित नहीं होते।
कार्यक्रम के दौरान ‘धरोहर की लोकगाथा’ विषय के तहत बच्चों ने भागलपुर की प्रसिद्ध पारंपरिक मंजूषा कला के माध्यम से वीरता की कहानियों को चित्रित किया। इस कला प्रदर्शन ने सांस्कृतिक चेतना को भी मजबूती दी। समर कैंप में आए प्रशिक्षकों ने बच्चों को न केवल चित्रकला, रंगोली और पोस्टर बनाने की बारीकियाँ सिखाईं, बल्कि उन्हें देशभक्ति के महत्व से भी परिचित कराया।

विद्यालय के संचालक सह प्रधानाध्यापक सी.पी.एन. चौधरी ने कहा कि यह समर कैंप केवल खेल और मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि बच्चों के मन में देशभक्ति और सामाजिक जिम्मेदारी का बीज बोने का एक प्रयास है। उन्होंने बताया कि आने वाले वर्षों में भी समर कैंप के दौरान ऐसा एक सत्र देश को समर्पित किया जाएगा।
निदेशिका अधिवक्ता रीता कुमारी और प्रशासक नितीन कुमार ने भी इस अवसर पर बच्चों का उत्साहवर्धन किया और उन्हें देश के प्रति समर्पण की भावना से प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों के अंदर जो राष्ट्र प्रेम की भावना दिखाई दे रही है, वह उन्हें भविष्य में बेहतर नागरिक बनाएगी।
कार्यक्रम के समापन पर स्कूल प्रबंधन की ओर से सभी प्रशिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। विद्यालय परिसर में बच्चों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसे अभिभावकों ने खूब सराहा।
यह आयोजन न केवल बच्चों के रचनात्मक कौशल को निखारने वाला रहा, बल्कि उनके भीतर देशभक्ति, सेवा और बलिदान की भावना को भी मजबूती से स्थापित करने वाला साबित हुआ।
