


भागलपुर। बिहार की महिलाएं अब विकास की नई धारा को जन्म दे रही हैं, और इसकी शुरुआत हो रही है संवाद से। राज्य के विभिन्न पंचायतों में आयोजित हो रहे महिला संवाद कार्यक्रमों से महिलाओं की आवाज न केवल बुलंद हो रही है, बल्कि वह योजनाओं के केंद्र में भी आ रही है।
इन संवादों के माध्यम से महिलाएं अपनी आकांक्षाओं को साझा कर रही हैं और सरकारी योजनाओं को एक मजबूत सीढ़ी के रूप में इस्तेमाल कर रही हैं। पिछले 37 दिनों में भागलपुर जिले के 14 प्रखंडों के 1125 स्थानों पर महिला संवाद आयोजित किए गए, जिनमें 2 लाख 41 हजार से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया। इन आयोजनों से 21 हजार से अधिक आकांक्षाएं सामने आई हैं, जो अब संबंधित विभागों तक पहुंच रही हैं।

महिलाओं की भागीदारी और सुझावों को सरकार गंभीरता से ले रही है। हाल ही में राज्य मंत्री परिषद ने महिलाओं के हित में दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं, जिनका सीधा लाभ स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को मिलेगा।
यह पहल न केवल महिलाओं को सशक्त बना रही है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास की गति को भी तेज कर रही है। संवाद से उपजा यह आंदोलन अब बिहार के उज्जवल भविष्य की कहानी लिख रहा है।
