

भागलपुर जिले के यली खुटाहा बथानी चौक से एक मार्मिक और प्रेरणादायक घटना सामने आई है, जिसने लोगों की आंखें नम कर दीं। यह कहानी है 80 वर्षीय चंदन यादव और उनकी धर्मपत्नी रामबतिया देवी की, जिन्होंने साथ जीने-मरने का वादा सिर्फ जुबान से नहीं, बल्कि अपने जीवन से निभाकर दिखा दिया।
बताया गया कि चंदन यादव किसी काम से बाहर गए थे। जब वे घर लौटे तो उन्हें पता चला कि उनकी जीवन संगिनी रामबतिया देवी का एक घंटे पहले ही निधन हो गया है। यह खबर सुनते ही चंदन यादव गहरे सदमे में चले गए। उनका शरीर कांपने लगा और वे जमीन पर गिर पड़े। कुछ ही पल बाद उन्होंने भी अंतिम सांस ले ली। एक साथ जीने वाले इस जोड़े ने एक साथ ही दुनिया को अलविदा कह दिया।
आज के रिश्तों के लिए एक मिसाल
जहां आजकल के रिश्ते तलाक, विवाद और हिंसा तक जा पहुंचते हैं, वहीं चंदन यादव और रामबतिया देवी का प्रेम सच्चे रिश्ते की मिसाल बनकर सामने आया है। उनकी अंतिम यात्रा भी अनोखी रही — दोनों की अर्थी एक साथ उठी, मानो वे कह रहे हों कि “हमारा रिश्ता इस जन्म तक सीमित नहीं।”
सम्मानित परिवार की विरासत
चंदन यादव के तीन बेटे हैं — अनिल यादव (एसआई, मोतिहारी), विकास यादव (कृषि व्यवसायी), और डब्लू यादव (एएसआई, गया)। उनका पोता कोमल यादव वर्तमान में पंजाब में एसपी पद पर कार्यरत है। यह परिवार चंदन यादव की शिक्षाओं, मूल्यों और संस्कारों का प्रतीक है, जो आज भी समाज के लिए प्रेरणा बने हुए हैं।
यह प्रेम कहानी समाज को सिखा गई — सच्चा प्यार केवल फिल्मों में नहीं, हकीकत में भी होता है।
