

नवगछिया, गोपालपुर प्रखंड के सिंघिया मकन्दपुर स्थित बहुचर्चित ज्ञान वाटिका विद्यालय में तीन दिवसीय समर कैंप की शुरुआत उत्साहपूर्ण माहौल में हुई। इस अवसर पर विद्यालय परिसर में दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया गया। उद्घाटन में विद्यालय प्रधान सह प्रबंधक राजेश कुमार झा, संरक्षक नीलेश कुमार झा, शिवशक्ति योगपीठ नवगछिया के योग प्रशिक्षक बालक जी, विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में पंडित शिवशंकर झा द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्वस्तिवाचन कराया गया। इसके उपरांत विद्यालय प्रधान ने नारियल फोड़ कर और शिक्षिकाओं ने बच्चों संग फीता काटकर विभिन्न गतिविधियों का शुभारंभ किया।
विद्यालय के शिक्षक एवं सेवानिवृत्त सूबेदार राकेश ने कक्षा चार के बच्चों को निशानेबाजी का अभ्यास कराया और बच्चों को इस खेल से जुड़ी तकनीकी बातें सिखाईं। वहीं योग प्रशिक्षक बालक ने बच्चों को योगाभ्यास कराया और उन्हें नैतिक मूल्यों का महत्व समझाया।
विज्ञान विभाग के शिक्षक सर्वेश कुमार, निरंजन सिंह और भुवन के मार्गदर्शन में बच्चों ने लूडो, शतरंज और कैरम की प्रतियोगिताओं में भाग लिया और आनंद उठाया। इसके साथ ही रणवीर के निर्देशन में बच्चों ने विभिन्न प्रकार की एक्टिविटीज कीं, जिससे उनका मनोरंजन और बौद्धिक विकास एक साथ हुआ।
समर कैंप के तहत कक्षा नौवीं और दसवीं के विद्यार्थियों के बीच विद्यालय के पास स्थित कचहरी परिसर में फ्रेंडली क्रिकेट मैच भी आयोजित किया गया। इसमें खिलाड़ियों ने खेल भावना का परिचय देते हुए शानदार प्रदर्शन किया।
विद्यालय परिसर में एक आकर्षक फूड फेयर भी लगाया गया, जिसमें बच्चों ने आइसक्रीम, चॉकलेट, चाउमीन, गोलगप्पे आदि का स्वाद लिया और समर कैंप का भरपूर आनंद उठाया।
चंद्रभूषण के मार्गदर्शन में एक विशेष आर्ट एंड क्राफ्ट प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें बच्चों की एक टोली ने हिस्सा लिया और रंग-बिरंगे रचनात्मक कार्य प्रस्तुत किए।
विद्यालय प्रधान ने जानकारी दी कि तीन दिवसीय इस समर कैंप के समापन अवसर पर सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा, ताकि उनका मनोबल बढ़े और आगे भी वे इसी तरह सक्रिय रूप से भाग लेते रहें।
कार्यक्रम के संयोजक अमर कुमार झा ने कहा कि इस प्रकार के रचनात्मक और शैक्षणिक गतिविधियाँ बच्चों को पढ़ाई से अलग हटकर एक नया अनुभव देती हैं। इससे न केवल उनका मानसिक और बौद्धिक विकास होता है, बल्कि वे आत्मनिर्भरता और सहयोग की भावना भी सीखते हैं।
समर कैंप के पहले दिन की यह गतिविधियाँ बच्चों और शिक्षकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा, जिसकी गूंज आने वाले दो दिनों तक बनी रहेगी।
