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नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में सुरक्षा को लेकर एजेंसी के द्वारा प्रतिनियुक्त किए गए सुरक्षा गार्ड ने बुधवार को नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी को आवेदन दिया है. जिसमे उन्होंने कहा कि अस्पताल उपाधीक्षक एवं प्रबंधक के द्वारा हम सभी सुरक्षा गार्ड को बिना किसी गलती के ही अस्पताल उपाधीक्षक एवं प्रबंधक के द्वारा हटवाया जा रहा है. इसको लेकर उनके द्वारा हमलोगों को हटाए जाने की अनुशंसा करते हुए हम लोगों के एजेंसी को लेटर भी निर्गत कर दिया है. सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि इससे पूर्व भी हम लोगों को फर्जी लेटर निर्गत कर हटाए जाने का प्रयास किया गया था. बिना किसी कारण ही हमलोगों को हटवाया जा रहा है. सुरक्षा गार्ड का कहना है कि अस्पताल के दलाल को अस्पताल में कार्य करने में दिक्कत होती है जिसके कारण हम लोगो को हटाए जाने की कार्रवाई की जा रही है.

अस्पताल के कर्मी विभाष सिंह के पुत्र चंदन कुमार जो प्रभारी एवं प्रबंधक का दलाल है. वह अस्पताल में मरीज के डिस्चार्ज करने, इंज्यूरी करने आने वाले मरीजों से पैसे लेते हैं जिसका विरोध हमलोगों के द्वारा किया जाता है. इसको लेकर चंदन कुमार हमलोगों को गाली गलौज करते है और धमकी देते हैं. अस्पताल प्रबंधक एवं प्रभारी का ही वह दलाल है जो हम लोगों को यहां से हटाना चाहता है. मालूम हो कि इससे पूर्व भी चंदन कुमार द्वारा सुरक्षा गार्ड को गाली गलौज एवं धमकी दी गई थी. जिसमे सुरक्षा गार्ड की शिकायत पर एसडीओ ने चंदन कुमार को चेतावनी दिया था कि वे अस्पताल के किसी भी कार्य मे हस्तक्षेप न करे. वहीं बताया जा रहा है कि चंदन कुमार को फिर से अस्पताल प्रबंधन द्वारा अस्पताल में कार्य लिया जा रहा है.

  • एसडीओ ने जांच का दिया आदेश, हटाए जाने की कार्रवाई पर लागई रोक

नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी अखिलेश कुमार ने कहा कि सुरक्षा गार्ड के द्वारा आवेदन दिया गया है. इस संदर्भ में सभी आरोपों की जांच के लिए टीम का गठन किया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. अस्पताल में सुरक्षा में तैनात सभी सुरक्षा गार्ड को जांच की कार्रवाई पूरी होने तक हटाए जाने की कार्रवाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया गया है.

  • चिकित्सक के साथ हुए अभद्र व्यवहार के दौरान नहीं की गई थी सुरक्षात्मक पहल

नवगछिया अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि पिछले दिनों अस्पताल में असामाजिक तत्वों द्वारा हंगामा किया गया था एवं चिकित्सक के साथ अभद्र व्यवहार किया गया था. इस दौरान सुरक्षा गार्ड के द्वारा कोई सुरक्षात्मक कार्रवाई नहीं की गई थी. जिसके आलोक में सुरक्षा गार्ड को उनकी कंपनी से हटाए जाने की अनुशंसा की गई है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा गार्ड निजी कंपनी के द्वारा दिया गया है. जिसे प्रत्येक छह माह में बदले जाने का प्रावधान है. इन लोगों का छह माह पूरा होनेवाला है. वैसे भी गार्ड को अस्पताल से बदला जाना है.

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